निकिल कामथ के साथ एक पॉडकास्ट में एलन मस्क ने बिटकॉइन को “ऊर्जा मुद्रा” (Energy Currency) बताया और इसे पारंपरिक फिएट करेंसी से मूल रूप से अलग बताया।
टेस्ला के सीईओ ने कहा कि पहली क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य सीधे तौर पर बिजली की लागत और प्रूफ-ऑफ-वर्क एल्गोरिद्म के जरिए माइनिंग की जटिलता से जुड़ा हुआ है। मस्क के अनुसार, पारंपरिक पैसे की तरह ऊर्जा को न तो छापा जा सकता है और न ही कानून बनाकर पैदा किया जा सकता है।
उन्होंने इसकी तुलना कार्डाशेव स्केल से की, जो किसी सभ्यता के विकास को उसके ऊर्जा उपभोग के आधार पर मापता है। मस्क का मानना है कि जैसे-जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स का विकास होगा, वैसे-वैसे पारंपरिक मुद्राएं अप्रासंगिक होती जा सकती हैं।
इसके विपरीत, बिटकॉइन — जिसकी सप्लाई 21 मिलियन कॉइनों तक सीमित है और जो राजनीतिक प्रभाव से काफी हद तक मुक्त है — एक स्थिर एसेट बना रह सकता है, क्योंकि इसका मूल्य ठोस भौतिक संसाधनों से जुड़ा हुआ है।
इसके अलावा, मस्क पहले अमेरिकी ट्रेजरी के लेन-देन को ब्लॉकचेन सिस्टम पर स्थानांतरित करने का सुझाव भी दे चुके हैं। उनका मानना है कि इससे बजट फंड के दुरुपयोग को रोका जा सकेगा और सरकारी खर्च में पारदर्शिता काफी बढ़ेगी।