फ़्रांस के मैक्रों ने चीन को टैरिफ लगाने की धमकी दी।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बीजिंग को एक अल्टीमेटम जारी किया है, जिसमें उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा लगाए गए दंडात्मक टैरिफ की तरह समन्वित शुल्क लगाने की धमकी दी है। फ्रांस की मांग है कि चीन 2026 के अंत तक व्यापार असंतुलन को दूर करे। मैक्रों का मानना है कि चीन को आयात पर लगी पाबंदियों को ढील देनी चाहिए और पारस्परिक रियायतों की नीति अपनानी चाहिए।

फ्रांसीसी अधिकारियों ने चीन पर संरक्षणवाद का आरोप लगाया है, खासकर दुर्लभ धातुओं के निर्यात पर उसके नियंत्रण को लेकर। विश्लेषकों का मानना है कि निजी कूटनीतिक प्रयासों के विफल रहने के बाद मैक्रों के बयानों को बीजिंग पर सार्वजनिक दबाव के रूप में देखा जा रहा है। नवंबर की शुरुआत में यह सामने आया था कि दुर्लभ धातु तत्वों पर चीन के नियंत्रण को कम करने में यूरोपीय संघ को बहुत कम प्रगति मिली है, जिससे यूरोप की आर्थिक स्वतंत्रता की रणनीति को चुनौतियाँ मिल रही हैं।

टैरिफ लगाने की धमकी यूरोपीय संघ और चीन के बीच बढ़ते आर्थिक तनाव को उजागर करती है और इस बात का संकेत देती है कि यूरोप अपने हितों की रक्षा के लिए अमेरिका-शैली के ट्रेड नीति उपकरणों का उपयोग करने का इरादा रखता है।